आओ देखे अनंत अंबानी का सपना : वनतारा

वनतारा इनिशिएटिव भारत में राष्ट्रीय प्राणी उद्यान, सरदार पटेल प्राणी उद्यान,नागालैंड प्राणी उद्यान, और असम राज्य के चिड़ियाघर आदि के साथ सहयोग करता है। वनतारा प्रोग्राम वेनेजुएला नेशनल फाउंडेशन ऑफ जू जैसे इंटरनेशनल संगठनों के साथ ही यह स्मिथसोनियन और वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ जू एंड एक्वेरियम जैसे जाने-माने संगठनों के साथ जुड़ा हुआ है।

जामनगर में स्थित वनतारा को अनंत अंबानी ने जानवरों को समर्पित एक प्रोजेक्ट तैयार किया है। इसमें अब तक 200 हाथियों के साथ अन्य जानवरों को भी रखा गया है।

अनंत अंबानी द्वारा तैयार किए जानवरों के पुनर्वास को समर्पित प्रोजेक्ट ‘वनतारा’जिसे अंबानी के छोटे बेटे ने लांच किया है।

रिलायंस (Reliance) के जामनगर रिफ़ाइनरी कॉम्प्लेक्स की ग्रीन बेल्ट में वनतारा के लिए 3,000 एकड़ की जगह दी गई है। इस इलाके को हरे-भरे जंगल की तरह विकसित किया गया है।
इस प्रोजेक्ट में अब तक 200 हाथियों सहित हज़ारों जानवरों को बचाया गया है। इनमें हर तरह का पशु, पक्षी और सरिसृप शामिल हैं। गेंडे, चीते और मगरमच्छ सहित कई प्रजातियों का पुनर्वास भी किया गया है। भारत से ही नहीं यहां विदेशों से भी उपेक्षित जानवरों को लाया गया है व उनका पूरी तरह ख़्याल रखा जा रहा है।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर है मान्यता

बचपन का जुनून है वनतारा: अनंत
वनतारा के बारे में अनंत अंबानी का कहना है, जिस चीज की शुरुआत मेरे लिए बहुत कम उम्र में एक जुनून के रूप हुई थी वह वनतारा है। हमारा सबसे ज्यादा ध्यान देश की सबसे संकटग्रस्त प्रजातियों को बचाने में है। वनतारा का मेन उद्देश्य पशु देखभाल और कल्याण में विशेषज्ञों के साथ काम करके विश्व स्तर पर पशु संरक्षण में योगदान देना है। हमें बहुत खुशी है कि हमारे प्रयासों को भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है। भारत और दुनिया के शीर्ष प्राणी-विज्ञानी और चिकित्सा विशेषज्ञ हमारे मिशन में शामिल हुए हैं।
हाथियों के लिए लड्डू और जूस इतनी सफाई से बनाया जाता है कि इंसान भी इसे खा और पी सकते हैं। इंटरव्यू के दौरान, अनंत अंबानी ने एक निजी चैनल के पत्रकार को ना सिर्फ हाथियों के लिए बना लड्डू, 
खिचड़ी खिलाई बल्कि जूस भी पीने के लिए दिया। हालांकि खुद अनंत अंबानी ने इसे नहीं खाया, उन्होंने बताया कि वह इस वक्त डाइट पर हैं।

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