भारत में सोने की कीमतों में गिरावट: UAE, कतर, ओमान और सिंगापुर से सस्ता क्यों है गोल्ड?
Table of Contents
1. भारत में सोने की मौजूदा कीमतें
2. सोने की कीमतों में गिरावट के प्रमुख कारण
1. वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव
2. ग्लोबल मार्केट का प्रभाव
3. अमेरिकी फेडरल रिजर्व का असर
4. भारत में बढ़ी मांग
3. भविष्य में सोने की कीमतें: क्या और गिरावट आएगी?
4. निष्कर्ष
भारत में सोने की मौजूदा कीमतें
वर्तमान में भारत में सोने की कीमतें 24 कैरेट और 22 कैरेट के लिए अन्य देशों की तुलना में कम हैं:
यह स्थिति इसलिए दिलचस्प है क्योंकि भारत में पारंपरिक रूप से सोने की मांग अधिक रहती है, खासकर त्योहारों और शादियों के सीजन में।
सोने की कीमतों में गिरावट के प्रमुख कारण
1. वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव
मध्य पूर्व में इजरायल और गाजा के बीच संघर्ष ने सोने की मांग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ा दिया है। निवेशक अस्थिरता के समय सोने को "सुरक्षित संपत्ति" मानकर खरीदते हैं। हालांकि, भारत में इस तनाव का उतना प्रभाव नहीं पड़ा, जिससे कीमतें यहां स्थिर रहीं।
2. ग्लोबल मार्केट का प्रभाव
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें गिरकर $2,563.25 प्रति औंस (लगभग 4.5% की गिरावट) हो गईं। यह तीन सालों की सबसे बड़ी गिरावट है, जिसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा।
3. अमेरिकी फेडरल रिजर्व का असर
अमेरिका की मजबूत अर्थव्यवस्था और फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बदलाव ने डॉलर को मजबूत किया। इससे सोने की मांग कम हुई, और कीमतों पर दबाव बढ़ गया।
वेडिंग सीजन में भारत में सोने की मांग तेजी से बढ़ी। इससे बाजार में प्रीमियम बढ़कर $16 प्रति औंस तक पहुंच गया। स्थानीय स्तर पर मांग के कारण कीमतों में स्थिरता देखी गई, लेकिन यह अन्य वैश्विक कारकों के कारण नीचे रही।
भविष्य में सोने की कीमतें: क्या और गिरावट आएगी?
सोने की कीमतें अक्टूबर में रिकॉर्ड उच्च स्तर पर थीं, लेकिन नवंबर में 7% तक गिर गईं।
संभावित कारक:
1. भू-राजनीतिक तनाव: अगर मध्य पूर्व में तनाव बढ़ता है, तो सोने की कीमतों में फिर से तेजी आ सकती है।
2. सेंट्रल बैंक की खरीदारी: यदि सेंट्रल बैंक सोने की खरीदारी जारी रखते हैं, तो कीमतें स्थिर या ऊपर जा सकती हैं।
3. डॉलर और ब्याज दरें: यदि डॉलर और ब्याज दरें मजबूत बनी रहीं, तो कीमतों पर दबाव बनेगा।
निष्कर्ष
भारत में सोना फिलहाल UAE, कतर, ओमान और सिंगापुर जैसे देशों से सस्ता है। इसके पीछे कई कारण हैं, जैसे वैश्विक मार्केट का प्रभाव, फेडरल रिजर्व का फैसला, और स्थानीय मांग। हालांकि, भविष्य में भू-राजनीतिक और आर्थिक घटनाएं कीमतों को प्रभावित कर सकती हैं।
इस समय सोने की खरीदारी करना भारतीय ग्राहकों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
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